नग्मे है शिकवे है किस्से है बातें है
बातें भूल जाती है यादें याद आती है .......
हर एक दिन तेरी याद सताके गयी
आसुओंकी हर एक बूंद मेरा मजाक उडके गयी
रोकना चाहा, मनाना चाहा, बेहलान चाहा इस दिलको
पर यह हवा भी तेरा चेहरा बनाके गयी
तेरी हर मुस्कान को अब तक संभाला है
तुझसे मेरी सिसकिया सुनयी भी नही गयी
जिंदा रेहके तुम्हारी बेवफ़ाई का जवाब तो देते
क्या करे हमारी रूह भी तुम्हारे साथ गयी
Saturday, October 1, 2011
Wednesday, September 28, 2011
Deeply n Madly in Luv wid u....
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